Saturday, 10 August 2013

आह ! माय लव !...


आह ! 
माय लव !
देखो....

किताब के हर पन्ने में 
मेरा प्यार सो रहा है|
देखो....
चैन से मेरा यार सो रहा है 
देख उसे मैं मुस्कान भरता हू,
दुलारता हूँ
कौतुहल से निहारता हूँ|
उसके सौंदर्य का रसपान कर 
मैं आह भरता हूँ
माय लव ! 
मेरी धडकन की तरह 
मुझमे समाई है|
लव मेरी यादों की पूँजी है 
मेरे प्यार की कमाई है....
ज्यो ज्यों मेरी कलम चलती जाती है 
वो करीब और करीब आती जाती है|
आह ! 
माय लव !
तू मेरा यार है....
तू मेरा प्यार है....
तू मेरा जहां है.... 
जहां जहां मैंने नजर दौडाई है,
वहाँ वहाँ तू 
सिर्फ तू ही नजर आई है
तू ही नजर आई है.......
देखो....
किताब के हर पन्ने में 
मेरा प्यार सो रहा है|


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